View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 1340 | Date: 16-Aug-19951995-08-161995-08-16कर रहे है कोशिश पर नाकाम ही हम तो रहते हैंSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=kara-rahe-hai-koshisha-para-nakama-hi-hama-to-rahate-haimकर रहे है कोशिश पर नाकाम ही हम तो रहते हैं,
नही मिलती कामयाबी, कोशिश फिर भी करते रहते है।
जो ना आए समझ में जो परे है समझ से, उसे समझने की कोशिश ..........
जो है विचारों से परे उसे अपने विचार में लाने की कोशिश करते ..............
जो है ज्ञान से परे उसे समझने के लिए ज्ञानी बनने की कोशिश .....
जो है भावों से परे उसे अपने भावों से खींचना चाहते हैं।
है यह कैसा सिलसिला जो करते हुए भी ना जान पाते हैं,
देखकर आँखों से अपनी हम कुछ देख नही पाते हैं ।
कभी दिलों से तो कभी जीकर करके उसका हम उसे जानने की कोशिश ……
करता है कोशिश जहाँ प्रेम करने की उसे, तो कोशिश हमारी कामयाबी हो जाती है ।
कर रहे है कोशिश पर नाकाम ही हम तो रहते हैं