View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 1970 | Date: 30-Jan-19971997-01-301997-01-30कतल करना है तो पुरा ही कर दो, क्यों हमें तड़पाते हो ?Sant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=katala-karana-hai-to-pura-hi-kara-do-kyom-hamem-tadapate-hoकतल करना है तो पुरा ही कर दो, क्यों हमें तड़पाते हो ?
हम तो तैयार है मिटने के लिए, फिर क्यों नही मिटाते हो ?
घायल तो कर दिया प्रभु आपने अपनी पहली नज़र में, अब क्यों तीर चलाते हो ?
कुछ रहम करो हम पर, क्यों बीच मझधार में हमें रखते हो ?
पीला-पीला के एक-एक बूँद प्यार की, प्यास हमारी क्यों बढ़ाते हो ?
अरे हम तो खुद डूबना चाहते है, फिर किनारे कि बात क्यों करते हो ?
भटके हुए को क्यों ज्यादा भटकाते हो, थके हुए को क्यों थकाते हो ?
खेल के आँख-मिचौली हमसे, किस ज़गह पर जाकर छूपते हो
वैसे गुन्हेगार तो हम है, फिर आप किसलिए अपना मुँह छुपाते हो|
अगर ये सजा है आपकी तो हमें मंजूर नहीं, आप तो बयान का भी मौका नही देते है|
कतल करना है तो पुरा ही कर दो, क्यों हमें तड़पाते हो ?