View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 1886 | Date: 25-Nov-19961996-11-251996-11-25पाई है कृपा तेरी, ए खुदा, मैं तेरी कृपा ही चाहता हूँ|Sant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=pai-hai-kripa-teri-e-khuda-maim-teri-kripa-hi-chahata-humपाई है कृपा तेरी, ए खुदा, मैं तेरी कृपा ही चाहता हूँ|
अब तो कभी भी मैं तुझसे जुदा होना ना चाहता हूँ|
पाया है प्यार तेरा ऐ खुदा, तेरा प्यार ही पाना चाहता हूँ
बीते एक पल भी तेरे प्यार के बिना, ना ये चाहता हूँ|
पाई कृपा तेरी प्रभु कि अपनेआप को खुशकिस्मत मानता हूँ|
बिगड़े सारे खेल मेरे तुने बनाए, तेरा आभार मानता हूँ|
रहे लब पर मेरे नाम तेरा कि अन्य नाम मैं ना चाहता हूँ|
तेरे दिल में ऐ खुदा अपना बसेरा मैं चाहता हूँ|
जगे मेरे दिल में पूर्ण प्रेमभाव कि तेरा आशीष मैं चाहता हूँ|
जगी है आस दिल में अलख मिलन की उसे पूरी करना चाहता हूँ|
पाई है कृपा तेरी, ए खुदा, मैं तेरी कृपा ही चाहता हूँ|