Share अहंकार में अपने, करना प्यार हम भूल जाते हैं, भूलने पर प्यार, द्वार प्रभु तेरा भूल जाते हैं, मझधार में ही हम रह जाते हैं |In our ego, we forget to love. On forgetting love, God forgets your door.We remain in the middle. - संत श्री अल्पा माँ Previous अहंकार में अपने, इस तरह लोग सब कुछ भूल जाते है Next अहसास बनकर मेरा, मेरे साथ में तू रहता है ।