आते हैं पास तेरे ऐ खुदा ज़िक्र मोहब्बत का करने,
पर अपनी तमन्नाओं की गलियों से,
बाहर हम निकल नहीं पाते हैं;
ज़िक्र मोहब्बत का तुझसे कर हम नहीं पाते हैं |
We come to you Oh God to profess our love,
But we are not able to come out from the streets of our desires,
We are unable to profess our love to you.
- संत श्री अल्पा माँ