View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2157 | Date: 21-Jun-19971997-06-211997-06-21आँखों में आपकी जिंदगी खुद रहती है।Sant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=ankhom-mem-apaki-jindagi-khuda-rahati-haiआँखों में आपकी जिंदगी खुद रहती है।
चेहरे पर प्रभु आपके सदा ताजागी रहती है।
करे दर्शन जो आपके मूखारविंद का, उससे सारी वेदनाएँ दूर रहती है।
आप की खामोशी भी प्यार की भाषा सदैव बोलती रहती है।
हजारों भेद छुपाई हुई आँखे, कभी-कभी कुछ राज बता देती है।
हो जाए जिसपर आपकी नजरे करम, सारी खुशियाँ उसे मिल जाती है।
चाहे कोई माने के ना माने, पर जिसके दिल में बसा प्यार आपका रहता है,
उसकी साँसों में से आपके नाम की सरगम निकलती रहती है।
यह सिर्फ कहने की बात नही, इसे साबित करनेवाले भी मिलते है।
प्रभु सच तो ये ही है के आपके पास आने से सबकुछ मिल जाता है।
आँखों में आपकी जिंदगी खुद रहती है।