View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 1106 | Date: 27-Dec-19941994-12-271994-12-27अपने सीले हुए कपड़े औरों को पहनाते रहते हैंSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=apane-sile-hue-kapadae-aurom-ko-pahanate-rahate-haimअपने सीले हुए कपड़े औरों को पहनाते रहते हैं,
देने जाते हैं पहचान औरों की, अपनी पहचान हम दे देते हैं ।
हमारे राज को हम ही बेनकाब कर देते हैं,
सवालों में ही अपने जवाब हम रख देते हैं।
कहे और कोई अपना हाल हमें, तब बड़े हैरान हम हो जाते हैं,
किसने बताया होगा उसे हाल मेरा, वह ही हम सोचते रहते हैं ।
जाननेवाले जान लेते है, सोचनेवाले हम हैरान हो जाते हैं,
इशारत समझनेवालों को आसानी से हाल हमारा जान लेते हैं।
अपने दर्द के सैलाब में कुछ इस तरह हम बढे जाते हैं, सबकुछ कह देते हैं ।
आने पर होश हमें पता ना इसका रहता हैं, कहे कोई हाल हमें तब ।
अपने सीले हुए कपड़े औरों को पहनाते रहते हैं