View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4387 | Date: 22-Mar-20032003-03-222003-03-22बह जाये अखियों से जो अँसुवन की धारा कभीSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=baha-jaye-akhiyom-se-jo-ansuvana-ki-dhara-kabhiबह जाये अखियों से जो अँसुवन की धारा कभी,
देखकर इन्हें आप दुःखी ना होना, आप दुःखी ना होना।
सँभलना ना आयेगा तब तक गिरना निश्चित है,
गिरने पर लगे चोट तो, आप दुःखी ना होना ।
चाहते हैं आप हम जैसे बनें, हमें भी बनना है,
पर कर दे कभी फरियाद कि तो आप दुःखी ना होना।
करते हैं प्यार ऐसे कम ज्यादा ये पता नहीं,
स्वार्थ के वश कुछ मार्ग बढ़े तो दुःखी होना नहीं ।
परेशान करना आपको चाहते नहीं हकीकत तो यही है,
पर चैन आपका लूटे कभी तो आप दुःखी होना नहीं ।
बह जाये अखियों से जो अँसुवन की धारा कभी