View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2709 | Date: 18-Sep-19981998-09-181998-09-18छूटा बहुत बार ये हाथ, हाथ से, अब के छूट ना पाए।Sant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=chhuta-bahuta-bara-ye-hatha-hatha-se-aba-ke-chhuta-na-paeछूटा बहुत बार ये हाथ, हाथ से, अब के छूट ना पाए।
रस्मे-मोहब्बत निभाते-निभाते हमारे इरादे कही टूट ना जाए ।
जिस मंजर पर है वर्षों से, उस मंजर पर हम रह ना जाए ।
प्यार में हम तूफानों के आगे कही झुक ना जाए ।
मिलन-बिछोड़ा रहे बरकरार के ऐसे हालात ना आए ।
मिलना है हमें एक हो जाना है, ये ख्वाब ख्वाब ही ना रह जाए ।
इंतजार से कोई गिला हमें नही पर हम सिर्फ इंतजार करते ना रह जाए ।
वादा किया है जो साथी हमने अपनेआप से, उसे हम निभा पाए ।
मन के तार रहे एक हमारे, उनमें कोई और तरंग ना आ जाए ।
करना दुआ साथी के फिर से हम ख्वाइशों के मेले में ना खो जाए ।
छूटा बहुत बार ये हाथ, हाथ से, अब के छूट ना पाए।