View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2252 | Date: 14-Sep-19971997-09-141997-09-14गर्दिशों का ये दौर तो यूँ ही आता जाएगाSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=gardishom-ka-ye-daura-to-yum-hi-ata-jaegaगर्दिशों का ये दौर तो यूँ ही आता जाएगा,
पर पता नही ये हमपर क्या असर छोड़कर जाएगा।
पता नही ये मन हमारा इन सारी असरों से कब मुक्ति पाएगा।
वह मंजिल वह मक्सद जिसके लिए तड़प रह है हम उसे कब हासिल कर पाएगा।
कभी ये दौर हमें डूबा के जाएगा तो कभी तैरना सीखा जाएगा।
कह कुछ भी नही सकते, यह किस और हमें खींच जाएगा।
कभी पाकर खयालों के गुलशन से मन को महका जाएगा।
कभी नापाक खयालोंसे हमें तबाह कर जाएगा।
रोके तो कैसे, रोके के इन गर्दिशों को तो कोई भी रोक नहीं पाएगा।
रूख बदल सकते है इसका पर ना जाने वह सलीका हमें कब आएगा।
गर्दिशों का ये दौर तो यूँ ही आता जाएगा