View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 1112 | Date: 30-Dec-19941994-12-301994-12-30इस जहाँ में आज कल खरीदार बहुत मिलते हैंSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=isa-jaham-mem-aja-kala-kharidara-bahuta-milate-haimइस जहाँ में आज कल खरीदार बहुत मिलते हैं,
दिलदार बहुत कम मिलते हैं, सौदागर ही मिलते हैं ।
सौदे पर सौदा इस तरह करते हैं, दिलदारी क्या उसे भूल जाते हैं,
फिर भी अपने आपकी पहचान दिलदारों में ही देते हैं।
कपड़े अपने बदलकर ढोंग वे करते रहते हैं,
करते है लाख कोशिश पर, अपनी आदत से बाज नहीं वे आते हैं।
दिल को खिलौना समझकर, वे तो खेल लेते हैं,
उस में छिपे दर्द की तरफ, एक नजर भी ना वे देखते हैं।
दिल होते हुए भी दिल की पहचान उनको ना रहती हैं ।
फिर भी अपनी झूठी शान में जीए चले जाते है ।
अपनेआप को दिलदार साबित करने से वे नही कतराते है ।
इस जहाँ में आज कल खरीदार बहुत मिलते हैं