View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2061 | Date: 26-Mar-19971997-03-261997-03-26कैसी दुनिया, कौनसी दुनिया, उनके लिए और कोई दुनिया ही नहीSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=kaisi-duniya-kaunasi-duniya-unake-lie-aura-koi-duniya-hi-nahiकैसी दुनिया, कौनसी दुनिया, उनके लिए और कोई दुनिया ही नही,
जिसकी दुनिया प्रभु तू है, वह किसी और दुनिया की फिक्र करते नही।
है जो तेरे सच्चे दीवाने ए खुदा, वह तुझसे फुरसत पाते नही,
हर वक्त, हर पल करते रहते है प्यार तुझे, इसके इलावा वह कुछ करते नही।
नही जगती उनके दिल में ईर्ष्या, कोई जलन उन्हें जला पाती नही,
जिनके लिए तेरे सिवाय कोई और है ही नहीं, उन्हे ईर्ष्या आती नहीं।
रहते है वह सदा तेरे ध्यान में, अन्य किसी बात की उन्हें खबर नहीं,
जलाई है जिसने अपने दिल में प्यार की आग, उसे बैर छुपाता नहीं।
रहते है जो सदैव तुझमें मग्न, उन्हें माया का रंग चढ़ता नहीं,
है जो तेरे सच्चे दीवाने प्रभु, वह तुझसे फुरसत पाते नहीं।
कैसी दुनिया, कौनसी दुनिया, उनके लिए और कोई दुनिया ही नही