View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 3217 | Date: 01-Feb-19991999-02-011999-02-01खुदा करे खैर सब की, भूल जा तू दास्ताँ ये सब कीSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=khuda-kare-khaira-saba-ki-bhula-ja-tu-dastam-ye-saba-kiखुदा करे खैर सब की, भूल जा तू दास्ताँ ये सब की,
ना मिलेगा तुझे कुछ, के मान ले बात तू ये सब की,
ना कुछ पाएगा तू सून के दास्ताँ सब की ।
कैसी परेशानी, क्यों ये हैरानी, के भूल जा तू बातें सब की,
बेवजह बीत जाएगी फिर से तेरी ये जिंदगानी ।
अपनी अधूरी दास्ताँ कर पूरी, के फिर कर तू बात सब की,
क्या दुःखी होना? क्या सुखी होना? क्या कहानियाँ सुनना दर्द की ।
भूल जा सबकुछ, खो जा खुदा में, के मान ले ये बात रब की,
करनेवाला है वह, करेगा मेहर सब पर, के भूल जा तू दास्ताँ ये,
सँभालेगा वह अच्छी तरह दास्ताँ है ये जिसकी, के क्यों करे फिक्र तू, के भूल जा ।
खुदा करे खैर सब की, भूल जा तू दास्ताँ ये सब की