View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4445 | Date: 18-Jan-20152015-01-182015-01-18मेरा प्रियतम मुझे सजा रहा है, मेरा पिया मूझे सँवार रहा हैSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=mera-priyatama-muje-saja-raha-hai-mera-piya-muje-samvara-raha-haiमेरा प्रियतम मुझे सजा रहा है, मेरा पिया मूझे सँवार रहा है,
आ रही है निकट बेला मिलन की, प्रीत आज झूम रही है ।
जो भाये उसे वैसे श्रृंगार से मुझे वो सजा रहा है,
रूप निखार कर मेरा, मनमोहन मुझे मन मोहक बना रहा है ।
जन्म जन्म के बंधनों का मेल उतार रहा है, मेरा पिया ...
प्रेम विधि से मुझे अपना बना रहा है, मेरा पिया ...
आ गया है, पास मेरे संग अपने लेने को वो आ गया है ।
सारी दूरियाँ सारी मजबूरीयाँ वो मिटा रहा है ।
प्रेम रससे निखार मेरा बढ़ा रहा है, मुझे अपने रंग में रंग रहा है ।
रूपरंग के भेद सारे वो मिटा रहा है, जन्म फेरा मिटा रहा है ।
मेरा प्रियतम मुझे सजा रहा है, मेरा पिया मूझे सँवार रहा है