View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 1780 | Date: 03-Oct-19961996-10-031996-10-03ना जाने कहाँ से है, ना जाने कैसे आए है ?Sant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=na-jane-kaham-se-hai-na-jane-kaise-ae-haiना जाने कहाँ से है, ना जाने कैसे आए है ?
नहीं है जिसका कोई ढंग, ऐसे बढेंगे खयाल मेरे जहन में, कहाँ से आए है ?
नहीं है कोई जरूरत ऐसे बिन जरूरती खयाल, ना जाने मुझमें कैसे आए है|
लगता है जैसे मुझे अपनी राह से ये भटकाने आए है|
नहीं है चाहत मेरी, फिर भी ये बिन बुलाए पास मेरे, ना जाने कहाँ से आए है|
मुझे अपने मक्सद से दूर ये खींचे जा रहे है, ना जाने कहाँ से ...
मेरे दिल में ये अपना घर बनाए जा रहे है, मुझे बेघर कर रहे है, ना जाने कहाँ से ...
प्यार के बीज उखाड़ कर, नफरत के बीज ये बोये जा रहे है|
मेरे दिल से प्रभु तुझे पाने कि तड़प को कम किए जा रहे है|
नहीं चाहता हूँ पर ये मुझे बंधन से बाँधकर जाते है|
ना जाने कहाँ से है, ना जाने कैसे आए है ?