View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4280 | Date: 13-Oct-20012001-10-132001-10-13ना कोई फिक्र, ना किसीका जिक्र, खुदा ऐसी जिंदगानी चाहते हैंSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=na-koi-phikra-na-kisika-jikra-khuda-aisi-jindagani-chahate-haimना कोई फिक्र, ना किसीका जिक्र, खुदा ऐसी जिंदगानी चाहते हैं,
किसी और को नहीं, अपने आपको आजमाना चाहते हैं,
तेरे प्यार में रहे मदहोश होकर सदा, कुछ और ना चाहते हैं,
नहीं कहना झूठ तुझसे कि चाहते तो हजारों, दिल में पालते हैं,
पर सारी चाहतों का किस्सा तमाम करना हम चाहते हैं,
कि अब कि राह पर गिरने से डरना नहीं पर सँभलना चाहते हैं ।
तेरे पास हम ऐ खुदा तेरे होने को आते हैं,
इच्छाओं की डोर भी संग अपने हम लेकर आते हैं,
पर सच कहते हैं इन से मुक्त होना जरूर चाहते हैं,
तेरी बंदगी में हम डूब जाना चाहते हैं, मय की जंजीर को तोड़ना चाहते हैं ।
ना कोई फिक्र, ना किसीका जिक्र, खुदा ऐसी जिंदगानी चाहते हैं