View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4346 | Date: 17-Jan-20022002-01-172002-01-17फरियाद मेरी ना मिटी .....(2)Sant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=phariyada-meri-na-mitiफरियाद मेरी ना मिटी .....(2)
लेके फरियाद पनाह में तेरे दर तक मैं पहुँची।
बंद आँखें तेरी खोल ना सकी, सोई मूरत को जगा ना सकी, कि फरियाद....
दिल की बात जहाँ दिल तक ना पहुँची, फरियाद मेरी ना मिटी ...
दिल का दर्द अपना मैंने चाहा मिटाना, पर मिटा ना सकी,
अधूरी दास्ता मेरी रही अधूरी, पूरी उसे कर ना सकी,
करना था अंत मुझे अपनी फरियादों का, जो कर ना सकी,
चाहतों में रंग भर ना सकी, पहुँचना था जहाँ वहाँ पहुँच ना सकी
अमीट फरियादें लेकर अपनी, जन्म पर जन्म लेती रही, कि फरियाद...
फरियाद मेरी ना मिटी .....(2)