View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4347 | Date: 22-Jan-20022002-01-222002-01-22अखियाँ, दो अखियाँ, प्यारी अखियाँSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=akhiyam-do-akhiyam-pyari-akhiyamअखियाँ, दो अखियाँ, प्यारी अखियाँ,
दो प्यारी अखियाँ बोलती है ।
जीवन के हमारे सारे राज वो खोलती है,
दिल में छुपे जज़बातों को वो देखती है ।
जीवन में हमारे जीने की शक्ति वो भरती है, ।
दिल के भेद के सारे पट वो चीरती है ।
दुःख दर्द में हमें एक आशा नई देती है,
हर हाल में वो हमें तुरंत ही जानती है ।
दर्दे दिल को पनाह वो देती है, कि अखियाँ...
प्यार बरसाकर हमें सदा प्यार करना सिखाती है ।
अखियाँ, दो अखियाँ, प्यारी अखियाँ