View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 1790 | Date: 03-Oct-19961996-10-031996-10-03प्यार के खातीर तू सबकुछ छोड़ देता है|Sant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=pyara-ke-khatira-tu-sabakuchha-chhoda-deta-haiप्यार के खातीर तू सबकुछ छोड़ देता है|
प्यार में कभी कोई इन्कार तू ही नहीं करता है|
जिस रूप में देखना चाहे तू वो रूप अपना लेता है|
जिस रंग में तुझे ढाले, वह रंग खुशी से तू अपना लेता है|
प्यार से माँगे कोई तेरे पास, तो तू उसे सबकुछ दे देता है|
चाहे तेरी कदर हो या ना हो, पर प्यार भरे दिल की तू कदर करता है|
हर दिल का प्यार पाने के लिए तू तड़पता रहता है|
कभी प्यार तो नगमा, तो कभी प्रीत का संगीत,तू बन जाता है|
कभी साँसों में तो कभी धडकन में आशियाना अपना बना लेता है|
हर हाल तू प्यार भरे दिलों को पनाह देता है|
लेकर दुःख-दर्द उनका, सुख-चैन उन्हें तू दे देता है|
प्यार के लिए हर गम उठाने को तू हर वक्त तैयार रहता है|
प्यार से प्यार को तू अपने पास बुलाता रहता है|
प्यार के खातीर तू सबकुछ छोड़ देता है|