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Hymn No. 4348 | Date: 22-Jan-20022002-01-22भूलकर अपने रंजों गम को तुझमें खोना चाहेंhttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=bhulakara-apane-ranjom-gama-ko-tujamem-khona-chahemभूलकर अपने रंजों गम को तुझमें खोना चाहें,

ज़िंदगी अपनी हम आज पूरी तरह जीना चाहें,

दे दे कुछ पल ऐसे कि हालेदिल इजहार करना चाहे,

अखियों की अखियों से, दिल की दिल से मुलाकात चाहे,

रखकर तेरे सीने पर सर, अपने आप को भूल जाना चाहे,

बनकर तेरे दिलकी धड़कन तेरे सीने में उतर जाये,

सबकुछ कहकर, कुछ ना कहा, ऐसा इज़हार हम चाहें ।

भूलकर अपने रंजों गम को तुझमें खोना चाहें

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भूलकर अपने रंजों गम को तुझमें खोना चाहें,

ज़िंदगी अपनी हम आज पूरी तरह जीना चाहें,

दे दे कुछ पल ऐसे कि हालेदिल इजहार करना चाहे,

अखियों की अखियों से, दिल की दिल से मुलाकात चाहे,

रखकर तेरे सीने पर सर, अपने आप को भूल जाना चाहे,

बनकर तेरे दिलकी धड़कन तेरे सीने में उतर जाये,

सबकुछ कहकर, कुछ ना कहा, ऐसा इज़हार हम चाहें ।



- संत श्री अल्पा माँ
Lyrics in English


bhūlakara apanē raṁjōṁ gama kō tujhamēṁ khōnā cāhēṁ,

ja़iṁdagī apanī hama āja pūrī taraha jīnā cāhēṁ,

dē dē kucha pala aisē ki hālēdila ijahāra karanā cāhē,

akhiyōṁ kī akhiyōṁ sē, dila kī dila sē mulākāta cāhē,

rakhakara tērē sīnē para sara, apanē āpa kō bhūla jānā cāhē,

banakara tērē dilakī dhaḍa़kana tērē sīnē mēṁ utara jāyē,

sabakucha kahakara, kucha nā kahā, aisā ija़hāra hama cāhēṁ ।