View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 1822 | Date: 15-Oct-19961996-10-151996-10-15अपनेआप से दूर ना करीब रहता हूँ|Sant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=apaneapa-se-dura-na-kariba-rahata-humअपनेआप से दूर ना करीब रहता हूँ|
हूँ दीवाना तेरा प्रभु, मैं तो तेरे पास रहता हूँ|
गम होते हुए भी, गम में ना मैं चूर रहता हूँ|
तेरे प्यार कि मस्ती में, मैं हरदम चूर रहता हूँ|
तू चाहे के ना चाहे पर ए खुदा, मैं तो हरदम तेरा साथ चाहता हूँ|
है मंजिल, तू मेरी अपनी मंज़िल, मैं पाना चाहता हूँ|
तेरे दिल में अब बसेरा चाहता हूँ, दीवाना ...
और कुछ नही जानता मैं बस तुझको चाहता हूँ|
सह सकता हूँ सबकुछ पर तुझसे, दूरी सह नही पाता हूँ|
इसलिए प्रभु मैं तेरे पास रहता हूँ, मैं तेरे साथ रहता हूँ|
अपनेआप से दूर ना करीब रहता हूँ|