View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 204 | Date: 11-Jun-19931993-06-111993-06-11बहती हुई आँख को तो सबने देखा हैSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=bahati-hui-ankha-ko-to-sabane-dekha-haiबहती हुई आँख को तो सबने देखा है,
अंदर छिपे हुए आँसू को किसने देखा है।
रिश्ते-नाते को तो सबने माना है,
उनमें छुपी हुई गहराई को किसने जाना है।
सागर में बहते हुए पानी को सबने देखा है,
उसमें छुपे हुए मोती को किसने देखा है।
होठों पर आनेवाली बात तो सब ने सुनी है,
दिल की छुपी बात किसने जानी है।
अपने को अपना सब ने माना है,
पराये को अपना किसने जाना है।
बहती हुई आँख को तो सबने देखा है