View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 203 | Date: 07-Jun-19931993-06-071993-06-07जानकर ना तुझे जानु प्रभु, पहचानकर भी ना पहचानुSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=janakara-na-tuje-janu-prabhu-pahachanakara-bhi-na-pahachanuजानकर ना तुझे जानु प्रभु, पहचानकर भी ना पहचानु,
ना जानु तुझको, फिर भी तुझको ही पुकारु।
नील गगन का एक चाँद कहूँ या धरती का एक फूल,
देखकर तुझे क्या कहूँ, वह गई मैं तो भूल।
चाँदनी का चाँद कहूँ, या सरिता का सागर,
डूब जाऊँ तुझमें, भर लूँ अपनी खाली गागर।
पानी से भरा एक बादल कहूँ, या रिमझिम बरसती बारिश,
भीगूँ ऐसे मैं तेरी धारा में, मेरी पूरी हो जाए हर ख्वाईश।
साँसों की खुशबू कहूँ, या दिल की धडकन कहूँ,
तेरी आँखे ही तो है मेरे दिल का दर्पण।
जानकर ना तुझे जानु प्रभु, पहचानकर भी ना पहचानु