View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2524 | Date: 01-Aug-19981998-08-011998-08-01भोलापन जो पाया मैंने तेरी आँखों, में वह कहीं और नही पाया।Sant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=bholapana-jo-paya-mainne-teri-ankhom-mem-vaha-kahim-aura-nahi-payaभोलापन जो पाया मैंने तेरी आँखों, में वह कहीं और नही पाया।
निर्मलता जो पाई मैंने तेरी आँखों, में वह कही और नही पाई।
जिंदादिली पाई जो मैंने तेरी आँखों में, वह कही और नही पाई।
जो मस्ती पाई मैंने तेरी आँखों में, वह कही और नही पाई।
जो नशा पाया मैंने तेरी आँखों में, वह कही और नही पाया।
जो इंतजार पाया मैंने तेरी आँखों में, वह इंतजार कही और नही पाया।
जो अपनापन पाया मैंने तेरी आँखों में, वह कही और नही पाया।
जो गहराई पाई मैंने तेरी आँखों में, वह गहराई कही और नही पाई।
जो आशीष पाए मैंने तेरी आँखों से, वह कही और नही पाए।
भोलापन जो पाया मैंने तेरी आँखों, में वह कहीं और नही पाया।