View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2523 | Date: 30-Jul-19981998-07-301998-07-30मिटा दो अलगता की भावना को, के सबकुछ मिट जाएगा।Sant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=mita-do-alagata-ki-bhavana-ko-ke-sabakuchha-mita-jaegaमिटा दो अलगता की भावना को, के सबकुछ मिट जाएगा।
झेलने पड़ रहे है जो दर्द रोज तुम्हें, मुक्त उनसे हो जाओगे।
मिला है वक्त, उसका सही इस्तमाल करना आ जाएगा।
मिटा दो यह तेरे-मेरे का जिक्र, के आप अपनेआप सुधर जाएँगे।
मिट जाएँगे सारे खिंचाव, सारे तनाव से मन मुक्त हो जाएगा।
रहेगी अमन अपने जीवन में, के जिंदगी के सही राज को पहचान जाएँगे।
अपनी जिंदगी में से दे दे, माँग तो सारी खत्म होगी, आराम हमें मिल जाएगा।
आए है जो पाने यहाँ, उसे हम मुलाकात हर पल कर पाएँगे।
मिलेगी शांती, के अलगता की आग दिल से जब बूझ जाएगी।
ना रहोंगे बरबादी के ख्याल, के आबाद हम खुद ब खुद हो जाएँगे।
मिटा दो अलगता की भावना को, के सबकुछ मिट जाएगा।