View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 1100 | Date: 22-Dec-19941994-12-221994-12-22भूलना चाहते थे जिसे दिल, उसे बार-बार याद करता रहाSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=bhulana-chahate-the-jise-dila-use-barabara-yada-karata-rahaभूलना चाहते थे जिसे दिल, उसे बार-बार याद करता रहा,
पाना चाहते थे जिसे दिल, उसे बार-बार माँगता ही रहा।
पहले माँगने के और फिर याद करने के रंज में, वह डूबता ही डूबता रहा
डूबा वह गम में इस तरह, की आँख से आँसू बहाकर गया
अपना बोझ वह बस इस तरह से कम करता गया ।
कभी रोके, कभी हँसकर अपनी हकीकत बयान, वह करता रहा
जब ना समझ पाया कोई इस की इशरत रंज में इसके, वह डूबता ........
कभी दर्दभरी दुनिया में, तो कभी दुख में वह खोता गया ।
ढूँढ़ने पर वह मिला, जब तो वह रोता ही रोता रहा
फरियाद और रूसवाइयों से वह आगे निकल ना सका, इस रंज में .........
भूलना चाहते थे जिसे दिल, उसे बार-बार याद करता रहा