View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 1163 | Date: 20-Jan-19951995-01-201995-01-20चाहते थे किसी और का मकाम, मकाम किसी और ने कर लियाSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=chahate-the-kisi-aura-ka-makama-makama-kisi-aura-ne-kara-liyaचाहते थे किसी और का मकाम, मकाम किसी और ने कर लिया,
चाहते थे वह ना हुआ, जो ना सोचा था वह ही तो हुआ।
दिल हमारा तड़पता ही रह गया, मंजिल से अपनी दूर हो गया,
ना कह सका वह कुछ, सब कुछ उसने तो सह लिया।
ना सहा गया जब दर्द दिल से, तो आँख से पानी बहा दिया,
दर्दे दिल का, पता तब सबको चल गया ।
अपनेआप की सोच के मुताबिक, मशवरा सब सुनाते गए,
ना जान पाया कोई दर्द हमारा, इशारा हमारा यूँ ही गया।
दुनियावालों की तो बात क्या, जब दिलवालों ने दर्द दे दिया,
ना जाने कौन-सी मनहूस घड़ी थी, जब इन्होंने मुकाम अपना बना लिया।
चाहते थे किसी और का मकाम, मकाम किसी और ने कर लिया