View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 1162 | Date: 20-Jan-19951995-01-201995-01-20मेरे दिल की हिम्मत देखकर मैं ही घबरा जाता हूँSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=mere-dila-ki-himmata-dekhakara-maim-hi-ghabara-jata-humमेरे दिल की हिम्मत देखकर मैं ही घबरा जाता हूँ,
साहस बहुत कम, दुस्साहस हर बार वह करता रहता हैं ।
ठोकर खाने पर भी अपनी आदतों से बाज नहीं आता हूँ,
अगर हो गया किसीका दीवाना, फीर सबकुछ वह सहे जाता हैं ।
दर्द पाने पर भी वह दर्द से नहीं घबराता हैं,
कभी प्यार में तो कभी किसी और में, सबकुछ करने के लिए तैयार हो जाता हूँ ।
बड़ी-बड़ी बातों को भूलाकर, छोटी बातों का बुरा वह मान लेता हैं,
सोचे-समझे बगैर, हर काम अपना वह करता रहता हैं ।
खुद भटक कर, थकावट़ मुझे देता रहता हैं,
दुःख दर्द के सिवाय वह कही लगने से इनकार करता रहता हैं,
अपना पता ठिकाना भूलकर, बस वह भट़कता ही रहता हैं ।
मेरे दिल की हिम्मत देखकर मैं ही घबरा जाता हूँ