View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2863 | Date: 14-Oct-19981998-10-141998-10-14चाही तेरी दिल की दुआ, के रूह को हमारी सुकून मिल गयाSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=chahi-teri-dila-ki-dua-ke-ruha-ko-hamari-sukuna-mila-gayaचाही तेरी दिल की दुआ, के रूह को हमारी सुकून मिल गया,
बढ़ता ही जाता था जो तनाव हमारा, उसका अंत आ गया।
प्रभु आए जहाँ तेरी पनाह में, के तन-मन हमारे शांत हो गए,
खिंचाव थे बहुत दिल में हमारे, पर सारे खिंचाव कम हो गए।
कुछ उलझने थी ऐसी अंत बिना, कि अंत उसका आ गया ,
न जाने क्या-क्या चल रहा था हमारे अंदर, के सब निकल गया।
देखते गए तुझे हम धीरे-धीरे, हम तुझमें खोते गए,
ना छोड़ सके अपनेआप को, पर तेरा प्रसाद हमने पा लिया।
के मिट गया गम, आनंद हमारे दिल में भर गया,
के आराम मिला हमारी रूह को, के सुकून हमें मिल गया ।
चाही तेरी दिल की दुआ, के रूह को हमारी सुकून मिल गया