View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 248 | Date: 25-Jul-19931993-07-251993-07-25चूक गई जब मैं कुछ जीवन में, तब मैं तो झुक गईSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=chuka-gai-jaba-maim-kuchha-jivana-mem-taba-maim-to-juka-gaiचूक गई जब मैं कुछ जीवन में, तब मैं तो झुक गई,
ना बढ़ सकी, आगे राह में ही रुक गई।
खुश रहकर भी खुश रह ना पाई जब मैं तो,
अपने आपसे ही रूठ गई।
अपना चाहा ना हुआ जब तो ऐसा लगा,
कि किस्मत मेरी फूट गई।
न कह पाई अपनी हालत किसीसे भी पूछने पर,
उनको मैं तो झुठ कह गई।
हुआ अहसास कुछ तब कि मैं कुछ चूक गई,
पर पता ना चला उसका कि कैसे मैं भूल गई।
चूक गई जब मैं कुछ जीवन में, तब मैं तो झुक गई