View Hymn (Bhajan)

Hymn No. 2217 | Date: 23-Aug-19971997-08-23दिल की हर बात का पता चल रहा है हमें धीरे धीरे।https://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=dila-ki-hara-bata-ka-pata-chala-raha-hai-hamem-dhire-dhireदिल की हर बात का पता चल रहा है हमें धीरे धीरे।

अपने मन की हर चाल का पता चल रहा है हमें धीरे धीरे।

अपने जीवनके हर राज का पता चल रहा है हमें धीरे धीरे।

कुछ वफा का, तो कुछ बेवफाई का, पता चल रहा है हमें धीरे धीरे।

अपने अंदाज और आवाज का पता चल रहा है हमें धीरे धीरे।

अपने बीच सच और झूठ के फाँसले का पता चल रहा है हमे धीरे धीरे।

अपने मन का और अपने तन का पता चल रहा है हमें धीऱे धीरे।

अपनी उलझन का और अपनी नासमझी का पता चल रहा है हमें धीरे धीरे।

प्रभु तेरी प्रभुता का और दुनिया के तेरे तरिके का पता चल रहा है हमें धीरे धीरे।

भक्ति के रंग का और ज्ञान के प्रकाश का पता चल रहा है हमें धीरे धीरे।

दिल की हर बात का पता चल रहा है हमें धीरे धीरे।

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दिल की हर बात का पता चल रहा है हमें धीरे धीरे।

अपने मन की हर चाल का पता चल रहा है हमें धीरे धीरे।

अपने जीवनके हर राज का पता चल रहा है हमें धीरे धीरे।

कुछ वफा का, तो कुछ बेवफाई का, पता चल रहा है हमें धीरे धीरे।

अपने अंदाज और आवाज का पता चल रहा है हमें धीरे धीरे।

अपने बीच सच और झूठ के फाँसले का पता चल रहा है हमे धीरे धीरे।

अपने मन का और अपने तन का पता चल रहा है हमें धीऱे धीरे।

अपनी उलझन का और अपनी नासमझी का पता चल रहा है हमें धीरे धीरे।

प्रभु तेरी प्रभुता का और दुनिया के तेरे तरिके का पता चल रहा है हमें धीरे धीरे।

भक्ति के रंग का और ज्ञान के प्रकाश का पता चल रहा है हमें धीरे धीरे।



- संत श्री अल्पा माँ
Lyrics in English


dila kī hara bāta kā patā cala rahā hai hamēṁ dhīrē dhīrē।

apanē mana kī hara cāla kā patā cala rahā hai hamēṁ dhīrē dhīrē।

apanē jīvanakē hara rāja kā patā cala rahā hai hamēṁ dhīrē dhīrē।

kucha vaphā kā, tō kucha bēvaphāī kā, patā cala rahā hai hamēṁ dhīrē dhīrē।

apanē aṁdāja aura āvāja kā patā cala rahā hai hamēṁ dhīrē dhīrē।

apanē bīca saca aura jhūṭha kē phām̐salē kā patā cala rahā hai hamē dhīrē dhīrē।

apanē mana kā aura apanē tana kā patā cala rahā hai hamēṁ dhīऱē dhīrē।

apanī ulajhana kā aura apanī nāsamajhī kā patā cala rahā hai hamēṁ dhīrē dhīrē।

prabhu tērī prabhutā kā aura duniyā kē tērē tarikē kā patā cala rahā hai hamēṁ dhīrē dhīrē।

bhakti kē raṁga kā aura jñāna kē prakāśa kā patā cala rahā hai hamēṁ dhīrē dhīrē।