View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2878 | Date: 16-Oct-19981998-10-161998-10-16दिल में जगी हुई है तड़प, के हम तड़प रहे हैSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=dila-mem-jagi-hui-hai-tadapa-ke-hama-tadapa-rahe-haiदिल में जगी हुई है तड़प, के हम तड़प रहे है,
कर रहे है याद तुझे के तेरी चाहत में नहा रहे है ।
तेरे साथ गुजारा हुआ पल हम याद कर रहे है,
के अपनी हालत पर हम मुस्कुरा रहे है ।
जागे है कुछ भाव ऐसे, के बेचैनी में चैन पा रहे है,
तेरी याद में, तेरी चाहत को महसूस हम कर रहे है ।
तेरे नाम के नशे में, हम दीवानों की तरह झूम रहे है,
इंतजार के समय में भी, दीदार तेरा हम कर रहे है ।
अपने जज्बातों ने छेडी है दास्ताँ, के हम मजा ले रहे है,
कुछ भी हो, कैसे भी हो? पर पास तेरे आ रहे है,
बस यही काफी है के, इसलिए हमें हमारी तड़प पर प्यार आ रहा है ।
दिल में जगी हुई है तड़प, के हम तड़प रहे है