View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2522 | Date: 30-Jul-19981998-07-301998-07-30दो दिल एक हुए, फिर से अलग-अलग हो गए।Sant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=do-dila-eka-hue-phira-se-alagaalaga-ho-gaeदो दिल एक हुए, फिर से अलग-अलग हो गए।
एक होने की खुशी भी मिली, अलग होने का गम भी उठाते गए।
मिलकर एकदूजे से दूर हुए, पर किसीने यह ना सोचा, कि संजोग ऐसे क्या हुए।
ना चलता था एक दूजे के बिना, अब एक-दूजे के बिना रहने लगे।
किसीने भी ना सोचा गौर से, के आखिर ये हुआ तो हम कहाँ रूक गए।
ना पूछा कभी किसी ने खुद से सवाल, फरियादें करते चले गए।
ना झाकाँ कभी किसीने अपने अंदर, अपने अहंकार के हाथ बिक गए।
पाई थी अनमोल मोहब्बत की दौलत, उसे निलामी पर लगाते गए।
ना जान सके भेद, के आखिर यह समाँ क्यों बदलते गए।
समझकर अपनेआप को वीर-शूरवीर, जीती बाजी को हार में पलटाते गए।
दो दिल एक हुए, फिर से अलग-अलग हो गए।