View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4136 | Date: 03-Jun-20012001-06-032001-06-03एक सूखे टूटे हुए बाँस को, तूने अपने अधरों से लगा लियाSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=eka-sukhe-tute-hue-bansa-ko-tune-apane-adharom-se-laga-liyaएक सूखे टूटे हुए बाँस को, तूने अपने अधरों से लगा लिया,
अपनी साँसों से जो तूने छू लिया,
निकले सुर उसमें से ऐसे, जिसने सारे जहाँ को झूमा दिया,
छुआ तूने जिसको कान्हा, जीवन संग उसका देने आ गया,
तेरी साँसों का स्पर्श पाया जिसने, सुमधुर वो तो बन गया,
सुर संगीत में तूने सारे जहाँ को डूबो दिया,
उतरी रहमत तेरी जिसपे, उसका तो रंग रूप ही बदल गया,
ना पूछता था जिसको कोई उसका बोल बाला होने लगा,
सजा जो तेरे होठों पर जमाना उसका पूजन करने लगा ।
एक सूखे टूटे हुए बाँस को, तूने अपने अधरों से लगा लिया