View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4354 | Date: 28-Mar-20022002-03-282002-03-28हम को ही पता नहीं सनम हम क्या चाहते हैSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=hama-ko-hi-pata-nahim-sanama-hama-kya-chahate-haiहम को ही पता नहीं सनम हम क्या चाहते है,
भला चाहते है या बुरा चाहते है, कि हम को .....
जज़बातों से अपने खेलते जाते हैं कि हम को .....
कभी जलते हैं, कभी कटते हुए आगे बढ़ते हैं,
बढ़ रहे हैं आगे कि पीछे ये नहीं जानते हैं,
जानने की, की कोशिश बहुत, पर ना जान पाये हम,
बिना जाने, बिना पहचाने, सबको अपना मानते हैं ।
खुद से ही तो है अंजान जहाँ, वहाँ पता नहीं कि भला .....
कभी दर्द, कभी आनंद के अनुभव करते जाते हैं,
खुदा जानते हैं नाम इतना, ना कुछ और जानते हैं ।
हम को ही पता नहीं सनम हम क्या चाहते है