View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4355 | Date: 28-Mar-20022002-03-282002-03-28कभी प्यार बरसायें, कभी फरियादें तो कभी कुछ ना कहेSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=kabhi-pyara-barasayem-kabhi-phariyadem-to-kabhi-kuchha-na-kaheकभी प्यार बरसायें, कभी फरियादें तो कभी कुछ ना कहे,
बदले भावों के संग हम बदलते जाये ।
खायें कसमें प्यार में ना बदलने की, फिऱ भी क्या करें,
कि बदलते भावों के साथ हम सदा बदलते जायें ।
स्थिरता, समता पाने की है ये हमारी साधना,
पर अस्थिरता की सीढ़ियाँ मन उतरना ना चाहे ।
पल पल में रूप अपने हम तो सदा बदलते जायें,
चाहें हम बहुत कुछ पर कर ना पायें कभी, प्यार बरसाये .....
निकले हैं जज़बातों को वश में करने पर किया नहीं अबतक,
चमत्कार कुछ नये नये हम तो करते जायें कि बरसायें .....
कभी प्यार बरसायें, कभी फरियादें तो कभी कुछ ना कहे