View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4353 | Date: 27-Mar-20022002-03-272002-03-27पता नहीं आखिर हम क्यों इंतज़ार करें ?Sant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=pata-nahim-akhira-hama-kyom-intajaara-karemपता नहीं आखिर हम क्यों इंतज़ार करें ?
जिसको बसाना है दिल में, वो तो है तैयार फिरभी क्यों इंतज़ार करें ?
ख्वाबों खयालों में खोकर क्यों आहें भरते रहें कि हम क्यों इंतज़ार करे ?
चाहत को हमारी हम खुद ही क्यों तड़पाया करें, ना जाने क्यों हम .....
दीदारे यार तो मिला हमें, फिर भी क्यों इंतज़ार में ही हम तो रहे ?
नजरों का नज़र से मिलना हो, फिरभी कुछ ढूँढ़ते रहें,
इकरारे प्यार हुआ फिरभी क्यों इंतज़ार में ही हम खोये रहें ?
कैसा जलवा है ये हमारा हम समझ के समझ ना पायें ।
पता नहीं आखिर हम क्यों इंतज़ार करें ?