View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 2022 | Date: 23-Feb-19971997-02-231997-02-23हम सुनाने गए लोगों को अपनी, हमें उनकी सुननी पड़ीSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=hama-sunane-gae-logom-ko-apani-hamem-unaki-sunani-padaiहम सुनाने गए लोगों को अपनी, हमें उनकी सुननी पड़ी,
हाय, हमारे दिल की हालत और भी बिगड़ती चली गई|
एक तो वैसे ही बहुत बोझ था, बोझ की गठरी बढ़ती चली गई,
चाही जब भी हमने इसे खाली करनी, पर ये तो भरती गई|
मिले कोई हमें जिससे हो बोझ दिल का कम, निगाह ये ढूँढती रही,
पर क्या कहे कि किस्मत हमारी रोती ही चली गई|
लोगों की झूठी तसल्लियों में ही, कश्ती हमारे दिल की डूबती गई,
किसीने भी ना किया गौर हमारे दिल की बात पर, सबको अपनी ही लगी रही|
क्या कहे कि इस दुनिया के बाजार में तो, हमारे दिल की हार हुई,
सुधारने चले थे अपनी हालत, पर और भी खराब हुई|
हम सुनाने गए लोगों को अपनी, हमें उनकी सुननी पड़ी