View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4272 | Date: 04-Oct-20012001-10-042001-10-04इंतज़ार की हरपल में तेरे कदमो की आहट सुनता हैSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=intajaara-ki-harapala-mem-tere-kadamo-ki-ahata-sunata-haiइंतज़ार की हरपल में तेरे कदमो की आहट सुनता है,
ये मेरा पगला दिल दीदार तेरा चाहता है,
आके रुकेगा तू मेरे दर पर, आँखें राह तेरी तकती है,
कितना भी समझाऊँ ना ये समझती है,
खयाल मेरे भी ना पूछ क्या क्या करते हैं,
तू करता होगा क्या, तू होगा कहाँ यही दोहराते हैं,
दिल की महफिल में जैसे खोज तेरी चालू है,
ख्वाहिशों में भी एक ख्वाहिश ही जीत जाती है,
अरमानों में भी अरमान एक ऐसा जो बेचैन करता है,
कि मेरा दिल कुछ और नहीं दीदार तेरा चाहता है ।
इंतज़ार की हरपल में तेरे कदमो की आहट सुनता है