View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4352 | Date: 27-Mar-20022002-03-272002-03-27इतनी बेकरारी बढा देना साथी कि जिस्मों की दूरी मिटा देना ।Sant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=itani-bekarari-badha-dena-sathi-ki-jismom-ki-duri-mita-denaइतनी बेकरारी बढा देना साथी कि जिस्मों की दूरी मिटा देना ।
साँसों से महके तेरी खुशबू, धड़कन में धड़कन अपनी समेटे रखना,
हकीकतों का, ख्वाबों का, क्या ज़िक्र करें पलकों पर आके तू बसे रहना,
मिटाना फाँसला ना आसान है, पर फाँसला हमारा तू मिटा जाना,
क्या खोना, क्या पाना, पाने-खोने की धुन को मिटाकर अपनी लय में रंग जाना,
मिटाकर हमारे अहंकार को, प्यार की ज्योत दिल में तू जला जाना,
बीन तेरे कुछ नहीं जाना हमने, पर अब आकर तू पूरा कर जाना,
अहंकार को हमारे मिटाकर प्रभु तू प्रेम को जगा जाना,
बहुत तडपे हम बीन तेरे, कि जी भरके बरस जाना ।
इतनी बेकरारी बढा देना साथी कि जिस्मों की दूरी मिटा देना ।