View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4262 | Date: 10-Sep-20012001-09-102001-09-10जब पता नहीं कितने दिन संग रहना हैSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=jaba-pata-nahim-kitane-dina-sanga-rahana-haiजब पता नहीं कितने दिन संग रहना है,
वहाँ क्या रुठना, वहाँ क्या शिकवा करना है,
ऐसे हालात में रंज को क्या मन में पालना है ।
घड़ी दो घड़ी में जब सबकुछ बिखर जाने वाला है,
फिर जो बिखरे अभी उसपर क्या रोना है ।
कुछ चंद पल मिले उन्हें फरियादों में ना बिताना है,
अपने मन को आखिर हमें यही समझाना है ।
ये दुनिया, डर है बड़ा लगा रहता इसमें आना जाना है,
क्या पाना, क्या खोना बस यही तो समझना है,
बाकी नाही कुछ हमारे हाथ में रहेने वाला है ।
जब पता नहीं कितने दिन संग रहना है