View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4261 | Date: 09-Sep-20012001-09-092001-09-09फिर एक नया चहरा, फिर एक नया नाम, पर ना बदलाSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=phira-eka-naya-chahara-phira-eka-naya-nama-para-na-badalaफिर एक नया चहरा, फिर एक नया नाम, पर ना बदला
वही पुराना वक्त का इम्तिहान .....(1)
भूला मैं सबकुछ, भूला अपनी शान भान, पर याद दिलाने वाला .....
रहा फिर वही पुराना वक्त का इम्तिहान
वही पल का आना जाना, वही मेरे दिल का मचलना, बदला अपना ठिकाना,
ना बदला तो वही पुराना वक्त का ....
बहुत चाहा जी छुड़ाना, इस परेशानी से मौन, पर ना पाया अंत इसका,
चलता रहा सदा संग मेरे वक्त का इम्तहान ।
जब पता नहीं शुरुआत का तो कैसे करुँ बात मैं अंत की,
पर जब से सँभाला होश मैंने अपना, पाया इसे सदा अपने करीब,
बदल के भी ना बदला ये वक्त ता इम्तिहान ।
फिर एक नया चहरा, फिर एक नया नाम, पर ना बदला