View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 1289 | Date: 27-Jun-19951995-06-271995-06-27जहाँ बीते एक पल रोने में, बीते एक पल हँसने मेंSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=jaham-bite-eka-pala-rone-mem-bite-eka-pala-hansane-memजहाँ बीते एक पल रोने में, बीते एक पल हँसने में,
मजा ही क्या है ऐसे जीने में, मजा ही क्या है। (2)
ना रह सके खुशी बरकरार जहाँ पर, मजा ही क्या है जीने में,
मौत से भी है बत्तर ऐसी जिंदगी, जहाँ चैन नही दिल में है,
जिंदगी जिसका नाम है वह खुशी का खजाना है ।
ना आए लूटना वह खजाना हमें, तो मजा ही क्या है,
मिली है जिंदगी जिसके लिए, हर एक दुख को हमें मिटाना है,
रोते रहे अगर हम दुःख पर अपने, तो मजा ही क्या है ऐसे।
नफरत और अहंकार के शोलों पर चलने में,
अपनेआप ही दर्द को भूलाने में, मजा ही क्या है, ऐसे जीने में,
भूलकर प्यार पालना नफरत को पालने में, मजा ही क्या है ....
जहाँ बीते एक पल रोने में, बीते एक पल हँसने में