View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 3222 | Date: 03-Feb-19991999-02-031999-02-03जिसे अपनी असलियत पर रोना आए, उसे भला कौन समझाएSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=jise-apani-asaliyata-para-rona-ae-use-bhala-kauna-samajaeजिसे अपनी असलियत पर रोना आए, उसे भला कौन समझाए,
करे कार्य जब तभी ना पछताये, फिर शर्माए, उसे कौन समझाए ।
जीवन में अपने अहंकार से जो बाहर आना ना चाहे, उसे कौन समझाए ।
ना समझे जो किसीका समझाया, उसे जीवन में कौन समझाए ।
अपनी समझ के आगे जो सबको झुकाना चाहे, उसे कौन समझाए ।
सबकुछ खत्म होने पर जो समझने का ढोंग रचाए, उसे कौन समझाए ।
हर एक समझ में से जो नए-नए नुक्स निकाले, उसे कौन समझाए ।
वास्तविकता का स्वीकार करने से, जो परेशान हो जाए, उसे कौन समझाए ।
ख्वाबोंसे दामन अपना एक पल छोड़ना ना चाहे, उसे कौन समझाए ।
जीवन में संजोगों से जो कुछ सीख ना पाए, उसे कौन समझाए ।
जिसे अपनी असलियत पर रोना आए, उसे भला कौन समझाए