View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4452 | Date: 18-Jan-20152015-01-182015-01-18कब तक बहाने बाजी चलेगी अपने आपसेSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=kaba-taka-bahane-baji-chalegi-apane-apaseकब तक बहाने बाजी चलेगी अपने आपसे,
मिलते ही नजरें जनाब से, खुल जायेंगे सारे भेद हुजूर आपके।
कब तक रहना है और रखना है अपने आपको परदे में,
ये सोंच ले तू आज जरा तू ध्यान से, कब ..
पता भी नहीं चलेगा कब निकाल लेंगे जनाब तलवार म्यान से, कब ..
कब तक झूठे जज्बों का सहारा लेकर फिरता रहेगा सीना तानकर।
जानले और समजले बहाने पर जो लगाते हैं बाजी वो तो,
नादानी और नासमझी तेरी देगी मात तुझे अक्षर हारते, बात ले ये जानके
हर समय में बसते हैं जनाब न खाली कोई जगह जनाब के
छुप के क्या छुपायेगा जान लेंगे सारे भेद एकबार में।
कब तक बहाने बाजी चलेगी अपने आपसे