View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4451 | Date: 18-Jan-20152015-01-182015-01-18मल मूत्र से भरे इस तन को क्या सहलानाSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=mala-mutra-se-bhare-isa-tana-ko-kya-sahalanaमल मूत्र से भरे इस तन को क्या सहलाना,
राख मिट्टी के इस ढेर को क्या सहलाना,
तन ही नहीं जहाँ हमारा, वहाँ झूठे नातों रिश्तों को क्या सहलाना,
समझ के सत्य को, अरमानों को क्या बहलाना,
जाना जब सत्य को जाना और इस बात को माना,
तो इस तनसे जुड़ी मोह ममता को है मिटाना,
दुःख दर्द भरे इस तनके अभिमान को है मिटाना,
मिटता जाये जो पल पल उसपर क्या मिटते रहना,
साधन है यह तन हमारा मिला है तो साध्य को है पाना,
दुर्गंध से भरे इस देह से मन तू न लगाना ।
मल मूत्र से भरे इस तन को क्या सहलाना