View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 4308 | Date: 27-Oct-20012001-10-272001-10-27कभी तेरे दिल की मैं कहूँ, कभी मेरे दिल की तू कहेSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=kabhi-tere-dila-ki-maim-kahum-kabhi-mere-dila-ki-tu-kaheकभी तेरे दिल की मैं कहूँ, कभी मेरे दिल की तू कहे,
बिना कुछ बोले खोले दिलों का राज़ ।
ऐ साथी कहीं ये तो करारे मोहब्बत तो नहीं,
बिना कहे तू कहे हाले दिल की कहानी ।
कहीं ये प्यार की शुरुआत तो नहीं, कहीं ये .....
निगाहें चाहे सिर्फ तेरी निगाहों को देखना,
आते तेरा खयाल मन मदहोश होने लगे, ये .....
पास तेरे आने को दिल रहे हरवक्त बेकरार .....
बिन तेरे ना आये जी को मेरे करार, ये साथी कहीं .....
बिन पंख उड़े आसमां में हम, पाकर तेरा रे संग कहीं .....
कभी तेरे दिल की मैं कहूँ, कभी मेरे दिल की तू कहे