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Hymn No. 4307 | Date: 27-Oct-20012001-10-272001-10-27लगी एक ऐसी लगन कि बोल अपने आप बँधते गयेSant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=lagi-eka-aisi-lagana-ki-bola-apane-apa-bandhate-gayeलगी एक ऐसी लगन कि बोल अपने आप बँधते गये,
हुई दिल में हलचल ऐसी कि सुर भी अपनेआप बजने लगे,
होता गया सबकुछ अपने आप कि ना कुछ करना पड़ा,
जगा प्यार जहाँ दिल में सबकुछ अपने आप होता गया,
बिना पायल बजे घुँघरु, बिना तार संगीत सजने लगा,
कोशिशों के बाद जो ना हो कभी हासिल जीवन में,
वो सबकुछ सहज में ही प्राप्त होता गया, लगी एक .....
प्यार को धीरे धीरे हम जानते गये पहचानते गये,
कठिन से कठिन काज को सरलता का रूप देता गया,
प्यार का किया आहार जिसने सफलता को वो पाते गये ।
लगी एक ऐसी लगन कि बोल अपने आप बँधते गये