View Hymn (Bhajan)
Hymn No. 1918 | Date: 24-Dec-19961996-12-241996-12-24कुदरत के करिश्मा को जान के भी जान नही पाओगे|Sant Sri Apla Mahttps://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=kudarata-ke-karishma-ko-jana-ke-bhi-jana-nahi-paogeकुदरत के करिश्मा को जान के भी जान नही पाओगे|
सोच में खो जाओगे फिर भी पुरा सोच नही पाओगे|
समझ के सबकुछ, कुछ भी तो समझ नही पाओगे|
कुदरत के करिश्मे है कुछ ऐसे, के तुम हैरान रह जाओगे|
राहें है इतनी लंबी कि चलते-चलते थक जाओगे|
और कुछ ना सही, पर अपनी जिंदगी के राज़ को भी जान नही पाओगे|
हर कदम पर सैकड़ों चमत्कार देखने मिल जाएँगे|
जानोगे ज़ब उसकी लीला को, तो उस में ही डूबते जाओगे|
ना आना चाहोगे बाहर उससे, ना ही बाहर आ पाओगे|
ढूँढ़ते-ढूँढ़ते उसको तुम, खुद ही कही खो जाओगे|
कुदरत के करिश्मा को जान के भी जान नही पाओगे|