View Hymn (Bhajan)

Hymn No. 1883 | Date: 25-Nov-19961996-11-25मानूँ कैसे शुक्रिया आपका, ये समझ में नही आता है|https://mydivinelove.org/bhajan/default.aspx?title=manum-kaise-shukriya-apaka-ye-samaja-mem-nahi-ata-haiमानूँ कैसे शुक्रिया आपका, ये समझ में नही आता है|

मिटा दु मैं अपनेआप को आपके लिए, फिर भी ये कम लगता है|

तेरे उपकार कि ए खुदा, गिनती मैं तो कर नही पाता हूँ|

सोचता हूँ जब मैं, ये तो फिर तेरे बगैर रहे नही पाता हूँ|

पाया है तेरा प्यार तो अपनेआप को खुशकिस्मत कहता हूँ|

भरे दुपहर में भी, मैं तो चाँदनी कि ठंडक-सी पाता हूँ|

बदला है तुने मेरे अंदाजे खयाल को कि मैं अब तुझे देख पाता हूँ|

देख कर तेरा प्यारा-सा भोला व्यवहार, मैं तो फिदा हो जाता हूँ।

किया है तुने मुझे स्वीकार कि अब कुछ और ना चाहता हूँ|

समा ले तू मुझे अपने में कि तेरा एक ये उपकार चाहता हूँ|

मानूँ कैसे शुक्रिया आपका, ये समझ में नही आता है|

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मानूँ कैसे शुक्रिया आपका, ये समझ में नही आता है|

मिटा दु मैं अपनेआप को आपके लिए, फिर भी ये कम लगता है|

तेरे उपकार कि ए खुदा, गिनती मैं तो कर नही पाता हूँ|

सोचता हूँ जब मैं, ये तो फिर तेरे बगैर रहे नही पाता हूँ|

पाया है तेरा प्यार तो अपनेआप को खुशकिस्मत कहता हूँ|

भरे दुपहर में भी, मैं तो चाँदनी कि ठंडक-सी पाता हूँ|

बदला है तुने मेरे अंदाजे खयाल को कि मैं अब तुझे देख पाता हूँ|

देख कर तेरा प्यारा-सा भोला व्यवहार, मैं तो फिदा हो जाता हूँ।

किया है तुने मुझे स्वीकार कि अब कुछ और ना चाहता हूँ|

समा ले तू मुझे अपने में कि तेरा एक ये उपकार चाहता हूँ|



- संत श्री अल्पा माँ
Lyrics in English


mānūm̐ kaisē śukriyā āpakā, yē samajha mēṁ nahī ātā hai|

miṭā du maiṁ apanēāpa kō āpakē liē, phira bhī yē kama lagatā hai|

tērē upakāra ki ē khudā, ginatī maiṁ tō kara nahī pātā hūm̐|

sōcatā hūm̐ jaba maiṁ, yē tō phira tērē bagaira rahē nahī pātā hūm̐|

pāyā hai tērā pyāra tō apanēāpa kō khuśakismata kahatā hūm̐|

bharē dupahara mēṁ bhī, maiṁ tō cām̐danī ki ṭhaṁḍaka-sī pātā hūm̐|

badalā hai tunē mērē aṁdājē khayāla kō ki maiṁ aba tujhē dēkha pātā hūm̐|

dēkha kara tērā pyārā-sā bhōlā vyavahāra, maiṁ tō phidā hō jātā hūm̐।

kiyā hai tunē mujhē svīkāra ki aba kucha aura nā cāhatā hūm̐|

samā lē tū mujhē apanē mēṁ ki tērā ēka yē upakāra cāhatā hūm̐|
Explanation in English Increase Font Decrease Font

I don't understand how to thank you

Let me erase myself, for you, still it seems less

O God, I am unable to count of your favours

When I think of this, I am unable to live without you,

have found your love for me so i call myself lucky

Even in the full afternoon, I still feel the coolness of the moonlight

You changed my thoughts, so now I can see you

Seeing your cute behavior, I get floored

You have accepted me and now I don't want anything

Take me in yourself,only that I want a favor from you